4 Most Powerful and Beneficial Mantras of Lord Vishnu
In this post, I have written about 4 Most Beneficial and Powerful 3 Words Mantra of Lord Vishnu for becoming charismatic and beautiful, getting rid of enemies, fulfilling wishes and desires, and owning a dream house.
These small Lord Vishnu Mantras are based upon the names of Lord Vishnu given in the श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र / Shri Vishnu Sahasranama Stotram.
As mentioned in several other posts, these specific Names of Lord Vishnu have a special purpose and can be chanted as Most Powerful Mantras for fulfilling specific purposes.
These Lord Vishnu Mantras are most suitable for everyone, including Laypersons because they are easy to remember and simple to pronounce and the practice of these mantras is very simple and uncomplicated.
Lord Vishnu Mantra for Radiance and Beauty
Mantra to become radiant, charming, attractive, handsome, and beautiful and become popular and attract all men and women, like a magnet.
मंत्र
ॐ तेजोवृषाय नमः ||
Mantra
Om Tejovrishaya Namah ||
Meaning – I salute Lord Vishnu who showers radiance.
Lord Vishnu Mantra for freedom from dangers from enemies
This Lord Vishnu Mantra gives the practitioner security and protection from dangers and harm from his enemies, including secret enemies.
मंत्र
ॐ अप्रतिरथाय नमः ||
Mantra
Om Apratirathaya Namah ||
Meaning – I salute Lord Vishnu who has no danger from any kind of enemy.
Lord Vishnu Mantra to get anything or fulfill any wish or desire
This Mantra will fulfill any special wish or desire of the practitioner or enhance his chances of getting any cherished thing with the blessings of Lord Vishnu.
मंत्र
ॐ अर्चिताय नमः ||
Mantra
Om Architaya Namah ||
Meaning- I salute Lord Vishnu who is always worshiped by his devotees.
Lord Vishnu Mantra to own a house
This Mantra of Lord Vishnu is beneficial for those people who dream of owning their own house or a suitable place of residence.
मंत्र
ॐ अधिष्टानाय नमः ||
Mantra
Om Adhishtaanaaya Namah ||
Meaning – I salute Shri Vishnu who is the foundation of the Universe
How to chant these Lord Vishnu Mantras
1] The practitioner can start the chanting of all or any one of these 3 words Lord Vishnu Mantra from any day.
2] It is advisable to have a bath, wear fresh and clean clothes, and light a Diya and Agarbatti in-front of a photo or idol of Lord Vishnu before chanting the Mantra.
3] The Mantra can be chanted for 1 Mala or 108 Mantra Chants or for a fixed period of 15 to 30 minutes daily. Advanced Practitioners can concentrate upon their Crown Chakra, which lies on the top of the head others can chant the Mantra by concentrating fully on the Mantra.
4] Rules like Disha, Aasan, Mala, etc do not apply. However, it is essential to chant the Mantra with faith and devotion in Lord Vishnu.
5] The practitioner can do either Mansik or Vachik Jaap of these Lord Vishnu Mantras.
Notes- Hindi language videos of all these Lord Vishnu Mantras can be seen on our YouTube Channel.
More Mantras, Yantras, Prayers, and Remedies dedicated to Lord Vishnu and his 10 Avatars can be seen in the section on – Vishnu Mantra and Tantra
These small Lord Vishnu Mantras are based upon the names of Lord Vishnu given in the श्री विष्णु सहस्रनाम स्तोत्र / Shri Vishnu Sahasranama Stotram.
As mentioned in several other posts, these specific Names of Lord Vishnu have a special purpose and can be chanted as Most Powerful Mantras for fulfilling specific purposes.
These Lord Vishnu Mantras are most suitable for everyone, including Laypersons because they are easy to remember and simple to pronounce and the practice of these mantras is very simple and uncomplicated.
Lord Vishnu Mantra for Radiance and Beauty
Mantra to become radiant, charming, attractive, handsome, and beautiful and become popular and attract all men and women, like a magnet.
मंत्र
ॐ तेजोवृषाय नमः ||
Mantra
Om Tejovrishaya Namah ||
Meaning – I salute Lord Vishnu who showers radiance.
Lord Vishnu Mantra for freedom from dangers from enemies
This Lord Vishnu Mantra gives the practitioner security and protection from dangers and harm from his enemies, including secret enemies.
मंत्र
ॐ अप्रतिरथाय नमः ||
Mantra
Om Apratirathaya Namah ||
Meaning – I salute Lord Vishnu who has no danger from any kind of enemy.
Lord Vishnu Mantra to get anything or fulfill any wish or desire
This Mantra will fulfill any special wish or desire of the practitioner or enhance his chances of getting any cherished thing with the blessings of Lord Vishnu.
मंत्र
ॐ अर्चिताय नमः ||
Mantra
Om Architaya Namah ||
Meaning- I salute Lord Vishnu who is always worshiped by his devotees.
Lord Vishnu Mantra to own a house
This Mantra of Lord Vishnu is beneficial for those people who dream of owning their own house or a suitable place of residence.
मंत्र
ॐ अधिष्टानाय नमः ||
Mantra
Om Adhishtaanaaya Namah ||
Meaning – I salute Shri Vishnu who is the foundation of the Universe
How to chant these Lord Vishnu Mantras
1] The practitioner can start the chanting of all or any one of these 3 words Lord Vishnu Mantra from any day.
2] It is advisable to have a bath, wear fresh and clean clothes, and light a Diya and Agarbatti in-front of a photo or idol of Lord Vishnu before chanting the Mantra.
3] The Mantra can be chanted for 1 Mala or 108 Mantra Chants or for a fixed period of 15 to 30 minutes daily. Advanced Practitioners can concentrate upon their Crown Chakra, which lies on the top of the head others can chant the Mantra by concentrating fully on the Mantra.
4] Rules like Disha, Aasan, Mala, etc do not apply. However, it is essential to chant the Mantra with faith and devotion in Lord Vishnu.
5] The practitioner can do either Mansik or Vachik Jaap of these Lord Vishnu Mantras.
Notes- Hindi language videos of all these Lord Vishnu Mantras can be seen on our YouTube Channel.
More Mantras, Yantras, Prayers, and Remedies dedicated to Lord Vishnu and his 10 Avatars can be seen in the section on – Vishnu Mantra and Tantra
लाकडाउन के इन दिनों विवाह के इच्छुक युवक युवतियां तंत्र पुस्तकों में वर्णित इन मन्त्रों का प्रयोग कर सकते हैं --
ReplyDelete(१)कन्या के विवाह में दिक्कत आ रही हो तो उसे तुलसीकृत रामायण के सम्पुटित सुंदरकांड के एक पाठ प्रतिदिन के क्रम से इक्कीस दिन पाठ करना चाहिए ।इस प्रयोग में संकल्प ,विनियोग नहीं किये जाते ।हनुमान्जी का चित्र , अधिक अच्छा रहे जब हनुमान ने सीताजी को रामचन्द्रजी की मुद्रिका दी थी ,वह चित्र लेकर उत्तर की तरफ मुख करके बैठ जांय । पहले श्रीराम को प्रणाम करें फिर हनुमानजी को प्रणाम कर अपना मनोरथ सुना दें और उनसे आज्ञा लेकर पाठ प्रारम्भ कर दें ।हनुमानजी के आगे धूप ,दीप ,अगरबत्ती ,प्रसाद ,चन्दन पुष्प अर्पित कर दें ।
पाठ करने के बाद हाथ जोड़ कर क्षमा याचना करते हुए कहें -हे देव ! इस पाठ में मुझसे किसी तरह की गलती हुई हो उसे क्षमा करिये ।मै अज्ञ हूँ, साधनहीन हूँ , आवाहन विसर्जन और पूजा करने की विधि नहीं जानती ।विधिविहीन , उपकरणहीन और श्रद्धाहीन भी जो कुछ मैंने किया है , उसे स्वीकार करें ।
सम्पुट की चौपाई है -"तब जनक पाइ वशिष्ठ आयसु ब्याह साज सँवारि के । मांडवी श्रुतकीरति उरमिला कुंवरि लाइ हकारि के ।।"
सम्पुट का अर्थ आगे पीछे से होता है अर्थात सुंदरकांड का दोहा या चौपाई (प्रत्येक )के पहले और बाद में इस चौपाई को पढ़ना पड़ता है ।
(२)जो लोग दुर्गा सप्तशती का प्रयोग करना जानते हैं वे -
एवं देव्या वरं लब्ध्वा सुरथः क्षत्रियर्षभः ।
सूर्याज्जन्म समासाद्य सावर्णिर्भविता मनुः ।।
का सम्पुट लगाकर तीनो चरित्रों --तेरह अध्यायों --का पाठ करें विवाह योग बनता है । इस सम्पुट मन्त्र को बोलने के बाद प्रत्येक बार दीपक को नमस्कार करने से शीघ्र सफलता मिलती है ।
दुर्गा सप्तशती का प्रत्येक श्लोक मन्त्र के समान माना जाता है इसलिए केवल उक्त श्लोक का पुरश्चरण करने से भी कार्य सिद्धि हो जाती है ।
(३) ॐ ह्रीं नमः ।
--इस मन्त्र का विनियोग न्यास आदि नहीं है ।इस्लिये अपने इष्टदेव का स्मरण करके लाल आसन पर बैठकर लाल चन्दन की माला से ५१ माला पतिदिन रात में एकांत स्थान में बैठकर जप करें ।सम्भव हो तो दिन में भी लाल कपडे ही पहने ।यह प्रयोग एक सप्ताह ही किया जाता है और इतने ही समय में फलीभूत होने लगता है ।शुक्रवार या अच्छे मुहूर्त में यह प्रयोग आरम्भ करना चाहिए ।यह मन्त्र स्त्री पुरुष दोनों के लिए है ।
----contd
(४)संस्कृत बोल सकने वाली लड़कियों के लिए यह मन्त्र बहुत उपयोगी है खासकर उस स्थिति में जब की लड़की जिस व्यक्ति के साथ विवाह करना चाहती है वह व्यक्ति इसके लिए तैयार नहीं हो रहा हो ।
ReplyDelete"ॐ ह्रीं योगिनि योगिनि योगेश्वरि योगेश्वरि योगभयंकरि सकल स्थावर जङ्गमस्य मुखम हृदयँ मम वशं आकर्षय
आकर्षय स्वाहा ।"
इस मन्त्र के जप के पूर्व दाएं हाथ में जल लेकर निम्न विनियोग पढ़ते हुए जल भूमि में छोड़ दें ---
अस्य स्वयम्बर कला मन्त्रस्य ब्रह्मा ऋषिः , जगती छन्दः , देवी गौरी पुत्री स्वयंवरा देवता , मम अभीष्ट सिद्ध्यर्थे
जपे विनियोगः ।
इस प्रयोग को वे युवक भी कर सकते हैं जो चुने जाने के लिए कन्यापक्ष के घर जाते हैं ।
मन्त्र का पुरश्चरण चार लाख जप का माना जाता है पर इससे कम होने पर भी कार्य सिद्धि संभव है ।
(५)यदि कोई व्यक्ति किसी कन्या विशेष से विवाह करना चाहे और इस विवाह में लोकाचार विरुद्ध कोई बात न हो तथा लड़की न चाहती हो तो "ॐ ह्रीं कामातुरे काम मेखले विद्योषिणी नील लोचने ------वश्यं कुरु कुरु ह्रीं नमः "
(इस मन्त्र का विनियोग न्यास कुछ नहीं है ) जिस पर यह प्रयोग करना हो खाली स्थान (-----)में उसका नाम लेकर भोजन करते समय पहले ग्रास को सात बार अभिमंत्रित करके खा लेना चाहिए ।वैसे यह प्रयोग बिना पुरश्चरण के सिद्ध है फिर भी दस हजार मन्त्रों का पुरश्चरण कर लेना चाहिए । पुरश्चरण में जप करते समय जब तक मन्त्र जप करें तब तक मुख में पान रखें और उसको चबाते हुए मंत्रजप करें ।पूरा पुरश्चरण करने के बाद ऊपर लिखे अनुसार सात बार अभिमंत्रित करके भोज्य वस्तु खा लें ।ऐसा करने पर सात या बारह दिन में काम हो जाता है ।यह प्रयोग लडकियां भी कर सकती हैं परन्तु दोनों स्थितियों में उनके परस्पर भेंट होने की स्थिति बननी चाहिए ।
(६)सुयोग्य वर की प्राप्ति के लिए कात्यायनी देवी का मन्त्र भी प्रसिद्ध है । विवरण इस ब्लॉग की सम्बंधित पोस्ट में मिल जाएगा ।
उस व्यक्ति का नाम डालकर मंत्र बोलना है।
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